रक्त के प्यासे हो गए लोग उर में करुणा भर दो राम. रक्त के प्यासे हो गए लोग उर में करुणा भर दो राम.
शतरंज की चाल सियासी है बिसात शतरंज की चाल सियासी है बिसात
तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि
तुम पलट कर देखो तुम पलट कर देखो
मर कर जीना सीख गई हूं मर कर जीना सीख गई हूं
मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ ..... मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ .....